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Sunday 8 February 2015

स्वाईन फ्लू से कैसे करें बचाव: सामान्य जानकारी

+Kamlashanker Vishvakarmaनई दिल्ली (9 फरवरी, 2015) 
स्वाईन फ्लू क्या है:- स्वाईन फ्लू एक संक्रामक रोग है। यह फ्लू इन्फ्लूएन्जा ए एच1एन1 वायरस द्वारा फैलता है। पांच वर्ष से छोटे बच्चों, गर्भवती महिलाओं, 65 वर्ष से अधिक उम्र वाले व्यक्तियों एवं फेफड़ों, हृदय, लीवर, गुर्दे, मधुमेह, केंसर, एचआईव्ही आदि बीमारियों से ग्रसित लोगों को इस बीमारी का अधिक खतरा रहता है।
स्वाईन फ्लू संक्रमण:- संक्रमित व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में खांसने, छींकने से हवा में संक्रमित कणों द्वारा एवं कभी-कभी स्वाईन फ्लू से ग्रसित मरीज को छूने से भी संक्रमण फैलता है।
स्वाईन फ्लू के लक्षण:- स्वाईन फ्लू के लक्षण अन्य फ्लू के समान ही होते हैं जैसे बुखार आना, गले में खराश, नाक बहना, सिर में तथा शरीर में दर्द, सांस लेेने में परेशानी, ठंड लगना, थकान महसूस होना, बेहोशी एवं कभी-कभी उल्टी-दस्त होना। होंठ व त्वचा का रंग बैंगनी या नीला पड़ जाना।
स्वाईन फ्लू से बचाव:- सर्दी-खांसी वाले मरीज से दूरी बनाए रखें और उनसे हाथ न मिलायें। अगर आपको सर्दी-खांसी, बुखार है तो आप भीड़ वाली जगहों पर जाने से बचें एवं घर पर रहकर आराम करें। अच्छी नींद लें एवं नियमित व्यायाम करें। खांसते या छींकते समय मुंह पर रूमाल अथवा कपड़ा रखें। स्वाईन फ्लू के बचाव में मुह एवं नाक को कपड़े से ढकना, खांसने वालों से दूरी बनाए रखना, हाथो को नियमित रूप से साबुन से अच्छी तरह धोना तथा भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में जाने से बचना, संतुलित एवं पौष्टिक भोजन का सेवन करना, हाथों से आंख-कान एवं मुंह छूने से बचना, बच्चों को बुखार, खांसी, गले में खराश, सांस लेने में तकलीफ होने पर उन्हें स्कूल एवं भीड़-भाड़ वाले स्थान पर न भेजे। उपरोक्त लक्षण पाए जने पर तत्काल चिकित्सक की सलाह लें। आवश्यक जांच एवं उपचार सभी जिला चिकित्सालयों में निःशुल्क उपलब्ध हैं। विस्तृत जानकारी स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाईट पर यहाँ (goo.gl/f46Qwq) क्लिक करके देख सकते है।
(Source: www.mohfw.nic.in Swine Flu Latest Updates)

3 comments:

  1. हमको पता हे swine flu influenza virus वायरस हे ओर ये सुवर नाम के जानवर मेँ पाया जाता हे

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